किसी को लम्हात रुलाता है
किसी को ख़यालात रुलाता है
मेरा तो ये हाल है हमनशीं
साथ लम्हात का ख़यालात रुलाता है
किसी का प्यार दूजा हो गया
किसी का प्यार पूजा हो गया
मेरा तो ये हाल है हमनशीं
प्यार पूजा,मैं दूजा हो गया
नाकामयाब मेरे इश्क़ कि मंज़िल
हृदयघात अपने साथ कि मंज़िल
मेरा तो ये हाल है हमनशीं
नाकामयाबी इश्क़,हृदयघात मंज़िल
ये प्यार सपना बन जायेगा
कोई और अपना बन जायेगा
मेरा तो ये हाल है हमनशीं
अपना कोई सपना बन जायेगा
पंक्तियों में मोहब्बत समेटता हुँ
जहाँ में न समाये वो गम समेटता हुँ
मेरा तो ये हाल है हमनशीं
रक्त भी सफ़ेद कागज़ में समेटता हुँ
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